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नई शिक्षा नीति 2020 क्या है ? सरल भाषा में पूरी जानकारी

हेलो दोस्तो , हमारा देश धीरे धीरे बदल रहा है । नये नये बदलाव आ रहे है । देश डिजिटल भी हो रहा है । सरकार भी तेजी से देश को विकास की और ले जाने का प्रयास कर रही है । उसी दिशा में एक नया पाँव सरकार ने रखा है । क्या आप जानते हो नई शिक्षा नीति 2020 (new shiksha niti 2020 – new education policy 2020 )के बारे में ??
अरे यार हम जिस घड़ी का सालों से इंतजार कर रहे थे । वो अब इंतज़ार खत्म हो गया है नई शिक्षा नीति 2020( Nayi shiksha niti 2020 in hindi ) के बारे में जानकर आप अभी के अभी ख़ुशी से जूम उठोगे। अब पूरानी शिक्षा पद्धति समाप्त होकर नई शिक्षा नीति 2020 का पालन होने वाला है।
सरकार ने बहुत ही शानदार बदलाव किया है हमारे शिक्षा विभाग में जिसे सुनने के बाद आप भी प्रसन्न हो जाओगे। अभी भी आप को सरल जानकारी प्राप्त नही हुई , या आप भी इस जानकारी से वंचित हो तो ये लेख आपके लिए ही है।
दोस्तो इस बदलाव के बारे में आज हम विस्तार से सरल भाषा मे जानकारी बताने वाले है । आप भी इस लेख को पढ़ने के बाद जरूर ही प्रभावित होंगे , ये मेरी गारंटी है। तो बस तैयार हो जाये ये बेहतरीन जानकारी को पढ़ने के लिए जो आपको आनंद के साथ रसप्रद ज्ञान भी देगी।
हम आपको क्रम अनुसार स्कूल से लेकर कॉलेज तक कि नई शिक्षा नीति ( Nai shiksha niti 2020 – new shiksha niti 2020 ) के बारे में समाजाएँगे । बस तो पढ़ते रहिये।
विषय सूचि
नई शिक्षा नीति 2020 क्या है ?
सरकार ने सालो पुरानी शिक्षा नीति को समाप्त करके नई शिक्षा नीति का अमल करने का फैसला लिया है। लगभग 2 लाख से ज्यादा लोगो की राय , और बहुत सी रिसर्च , सभी बाजू ओ से जांच करने के पश्चात ही इस नीति का निर्माण हुआ है।
इस नई शिक्षा नीति 2020 में प्राइमरी से लेके कॉलेज के डिग्री तक का बदलाव किया गया है । बहुत सारे नियमो को बदला गया है। पुरानी 10+2 की नीति को समाप्त करके नई नीति 5+3+3+ 4 का अमल हायर सेकंडरी के अंदर किया गया है । ऐसे कई सारे बदलाव नीचे से लेकर ऊपर कॉलेज तक किये गए है। वे सारे बदलाव और नियम हमने नीचे दिए है।
स्कूली शिक्षा में क्या बदलाव किए गए है ?नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की विशेषताएं स्कुल के लिए (NEP 2020: School Lavel Changes)
सरकार ने स्कूली शिक्षा में बहुत ही बढ़िया बदलाव किये है। इसके अनुसार बच्चें में पढ़ने के साथ साथ और भी skills भी डेवलप होगी , बच्चे का मानसिक विकास होगा और उसको पढ़ाई का बिल्कुल भी बोझ नही रहेगा।
- पुरानी 10+ 2 नीति के बदले नई 5+3+3+4 की नीति का अमल किया गया है।
5+3+3+4 फॉर्मूला क्या है? इसका मतलब क्या होता है?
5+3+3+4 में पहले 5 का क्या अर्थ होता है?
इस फॉर्मूले के मुताबिक अब पहले 5 वर्ष को foundation stage कहा जायेगा। मतलब इस 5 साल में पहले 3 साल प्री प्राइमरी और बाकी के दो साल पहली और दूसरी कक्षा के लिए दिए जाएंगे।
इस साल के दोरान बच्चों में खेलकूद और गतिविधियों
से पढ़ाई करवाई जाएगी जसिसे विद्यार्थियों को ये बोझ जैसा न लगे। इसके दौरान विद्यार्थि सामान्य कम्युनिकेशन और अपनी लेंग्वेज की पढ़ाई करेंगे।
5+3+3+4 में दूसरे 3 का क्या अर्थ होता है ?
इस फॉर्मूले में दूसरे 3 अर्थ होता है , 3th 4th और 5th कक्षा । इस बदलावके अनुसार इस कक्षा में विद्यार्थियों को भविष्य के लिए तैयार करना है । बालको में मानसिकता का विकास ही इसा अभ्यासक्रम बनाया जायेगा।
इस stage में बालको को गणित , सामाजिक विज्ञान , विज्ञान जैसे नए विषयो से मिलाया जाएगा । जिसजे वो इसके प्राथमिक जानकारी ले सके । इस कक्षा तक विद्यार्थि अपनी ही मातृभाषा में पढ़ सकते है । उनपे किसी भी प्रकार का दबाव नही डाला जाएगा।
5+3+3+4 में तीसरे 3 का क्या अर्थ होता है ?
इस फॉर्मूले में तीसरे 3 का अर्थ 6th , 7th और 8th कक्षा होता है। इस समय को Middle stage गिना जाएगा। इसमें विद्यार्थियों को एक फ़िक्स अभ्यासक्रम में पढ़ाया जाएगा।
ये अभ्यासक्रम विद्यार्थियों को रटने के बजाय उनके प्रैक्टिकल ज्ञान के आधार पर बनाया जाएगां । इस मे कोडिंग भी शामिल होगी जिससे बालकों में टेक्नोलॉजी से जुड़ी सॉफ्टवेयर क्षेत्र का ज्ञान प्राप्त होगा। और ये भी सही है कि कॉडिंग से विद्यार्थियों में रटने की बजाय लॉजिक का विकास होगा।
इस stage से विद्यार्थि चाहे तो अपने मनपसंद विषय मे इंटर्नशीप भी ले सकेगा । उनको इस प्रकार की तक दी जाएगी। जैसे कि कोई विद्यार्थि को painting में इंटरेस्ट है तो वो painter के पास इंटर्नशीप ले पाये , ऐसी व्यवस्था की जाएगी। जिससे छात्रों में प्रैक्टिकल ज्ञान की बढ़ौती हो।
5+3+3+4 में चौथे 4 का क्या अर्थ होता है?
इस फॉर्मूले में 4 का अर्थ 9th , 10th , 11th और 12th कक्षा होता है। पूरानी नीति में 11 और 12 stream सायन्स , आर्ट्स या कॉमर्स हुआ करता था अब ऐसा नही है। अब 9th से 12 th होगा इसमें 8 सेमेस्टर होंगे ।
इस समय के दौरान विद्यार्थि सायन्स के विषय के साथ और भी आर्ट्स में विषय पढ़ पायेगा। मतलब physics के साथ बच्चा आर्ट्स का कोई विषय पढ़ना चाहै तो पढ़ पायेगा।
स्कुली परीक्षा ये कैसी होगी ?
बोर्ड्स की परीक्षा का बॉज आसान किया जाएगा। इसका अभ्यासक्रम भी छोटा कर दिया जाएगा जिससे बच्चे अछे से विषय को समाज पाए। परीक्षा ये साल के दो बार सेमेस्टर के अनुसार होगी।
परीक्षा को पैक्टिकल आधार से लिया जाएगा जिससे रटने वाला विद्यार्थी के बजाय विषयों का सच मे ज्ञान है वो विद्यार्थि को आगे आने का मौका मिले। विद्यार्थियों को अपनी मनपसंद भाषा मे परीक्षा देने की अनुमति होगी।
विद्यार्थियों का फाइनल रिजल्ट, उनको मात्र परीक्षा के मार्क्स के अनुसार ही नहींदिया जाएगा पर साथ साथ उनके साल दौरान परफॉर्मेंस , उनके कार्य के गुण भी ऐड किये जायेंगे।
जिस बच्चे को 12वी में कम मार्क्स आये हो उसको टॉप कॉलेज में एडमिशन लेने में दिक्कत आ रही होगी । तो ऐसे छात्रों के लिए CAT(Common Aptitude Test) लिया जाएगा ।
Common Aptitude Test के दौरान जो विद्यार्थि मार्क्स लाता है वही मार्क्स को उसके 12वी कक्षा के रिजल्ट में गिना जाएगा। जिससे छात्रों को एडमिशन लेने में दिक्कत का सामना न करना पड़े उसे दूसरा चांस भी दिया जाएगा।
उच्च शिक्षा में बदलाव – नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की विशेषताएं कॉलेज के लिए (NEP 2020: High Education Changes )
सरकार ने स्कूल लवल के साथ साथ कॉलेज लेवल में भी बेहतरिन बदलाव लाये है। इन बदलावों को सरकार ने मल्टी एंट्री और मल्टी एक्सिट कहा हैं। क्यो आपको पता है दोस्तो? नही तो लेख तो आपको पूरा पढ़ना चाहिए। आप सुनकर चौक ही जाओगे देख लेना। चलिये तो शुरू करते है।
डिग्री लेने के लिए क्या बदलाव आए है शिक्षा नीति 2020 में ?
पहले कॉलेज के छात्र अपनी पढाई बीच मे छोड़ दे तो उनको किसी भी प्रकार की डिग्री नही मिलती थी। पर अब सब बदलाव किया गया है। अगर आप
- पहले साल को छोड़कर निकल जाते हो तो आपको कोर्स सर्टिफिकेट दिया जाएगा ।
- आप दो साल पढ़कर बीच मे से कॉलेज को छोड़ देते हो तो आपको डिप्लोमा की डिग्री दी जाएगी।
- आप तीन साल पढ़कर अपनी पढ़ाई छोड़ देंगे , तो आपको बैचलर की डिग्री दी जाएगी।
- आप 4 साल कम्पलीट पढ़ाई कर लेते हो तो आपको बैचलर की डिग्री के साथ रिसर्च का सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
इसके बहुत ही फायदे है कि जो बच्चा बीच मे से छोड़कर गया हो किसी भी वजह से तो उसको फिर से पढ़ाई शुरु करने चाहता हो तो वो वहीं साल से continue कर पायेगा। अब पहले से फिरसे पढ़ाई करने की आवश्यकता नही है। उदहारण के अनुसार कोई छात्र दूसरे साल से पढ़ाई छोड़ देगा तो उसको 3 साल के बाद फिर से पढ़ाई है तो अब ये तीसरे साल से ही पढ़ेगा । फिर से शुरु करने की आवश्यकता नही रहेगी।
बस इसिलिए ही इसे मल्टी एंट्री और मल्टी एक्सिट (Multi Entry Multi Exit )कहा गया है।
एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट क्या है ? इसके क्या फायदे है ?
सरकार ने ऐसा कहा है कि विद्यार्थियों के लिए अकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट की रचना की जाएगी। स्टूडेंट्स की पढ़ाई के अनुसार जो जो क्रेडिट छात्र को मिलते है वो इस मे रालहे जाएंगे । यव पूरी सिस्टम डिजिटल हॉगी जिसे डीजी लोकर की तरह मैनेज किया जाएगा।
इसका मतलब ये हुआ कि आप जिस कोर्स को जहा तक complete करोगे वह तक के आपके क्रेडिट इस बैंक में जमा किये जायेंगे । फिर जब आप किसी कोर्स में फाइनल year की डिग्री लेंगे तब आपके इसी क्रेडीट को इस डिग्री के क्रेडिट में जोड़ दिया जाएगा। ऐसी बढ़िया व्यवस्था सरकार में आयोजित की हुई है।
नयी शिक्षा नीति 2020 में कोलेजो के अभ्यासक्रम में क्या बदलाव किया गया है ?
कॉलेज के नए अभ्यासक्रम के अनुसार अब छात्र को जबरजस्ती से कोई भी विषय पढ़ने की आवश्यकता नही रहेगी । विद्यार्थियों को अपनी मनपसंद विषयों को पढ़ने की अनुमति दी जाएगी । जो काफी अच्छा बदलाव है।
शिक्षा नीति 2020 में कॉलेज और स्कूल की फीस के बारे में क्या बदलाव आया है ??
सरकार ने ये भी कहा है कि अब प्राइवेट स्कूल या प्राइवेट कॉलेज के विद्यार्थियों को ज्यादा ज्यादा फीस नही देनी पड़ेगी । हव सभी फीस ओर नियंत्रण लाया जाएगा । एक निश्चित रेखा की फीस तय की जाएगी उससे ज्यादा फीस कोई भी कॉलेज या स्कूल नही ले पायेगा।
मेरी और से ये बहुत ही बढ़िया फैसला है। इससे जो छात्र ज्यादा फीस देखे पढ़ाई नही कर पाते थे और जो गरीब बच्चें थे उन्हें बहुत ही फ़ायदा मिलेगा। प्राइवेट स्कूल और कॉलेजों के मालिकों की फ़ीस के द्वारा लुटने की प्रथा अब बांध हो जायेगी ऐसा लग रहा है।
नई शिक्षा नीति 2020 ( Nayi shiksha niti 2020 in hindi )के कुछ अन्य बदलाव के बारे में जानकारी
सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय का नाम बदल के इस नीति के अनुसार अब शिक्षा मंत्रालय किया जाएगा।
छात्रों के लिए virtual lab तैयार की जायेगी । अपनी रीजनल भाषा मे e-कोर्स बनाये जाएंगे । इसका ये मतलब होता है कि विद्यार्थी को प्रैक्टिकल ज्ञान की और आगे बढ़ाया जाएगा।
नई शिक्षा नीति 2020 कब लागु होगी ?
ये शिक्षा नीति 2020 का बिल तैयर किया गया है । इस बिल को सरकार के केबीनेट मंजूर कर दिया है ।अब ये बिल संसद में पेश किया जाएगा।
संसद में इस बिल को पूरी तरह से मान्यता मिलने के बाद ये कायदे का रूप ले लेगा । सभी बदलावों का अमल किया जाएगा। केंद्र सरकार भी सभी राज्यो की सरकारों को इस बदलाव के आधार पर ही अपनी तरफ से शिक्षा में बदलाव का कायदा लाने का आदेश दे देगी।
इसके सीके और कुछ बदलाव भी बाकी हर जिसका सरकार ने सही से विश्लेषण नही किया है । वे भी धीरे धीरे बाहर आएंगे तब हैम आपको वो भी जानकारी देते रहने का प्रयास करेंगे।
आपके ज्ञान को बढाने में सहायता कर सकते हे ये लेख :
- ➠अनानास के बारे में कुछ रोचक जानकारी – जूस और पत्ते के फायदे
- ➠Refurbished का हिंदी में क्या मतलब होता है ?
FAQs / कुछ चर्चित प्रश्न
क्या नई शिक्षा नीति में बदलाव होना चाहिए?
नयी शिक्ष निति को बेहद ही रिसर्च और लगभग दो लाख लोगो की राय लेकर ही बनाया गया है , ये भारत में बिलुकल नए तरीके से शिक्षा की पद्धति लागु होनेवाली है तो मुझे तो सही लग रहा हे। इसमें बदलाव की कुछ भी आवश्यकता नहीं है , पर सरकार में अभी भी विचारणा चल रही है कुछ विषय पर तो शायद कोई नया बदलाव आ बजाये । कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा , मात्र कुछ छोटे से फेरफार ही किये जायेंगे।
क्या 9 से 12 तक एक ही syallab होगा नई शिक्षा नीति में?
नहीं , 9th से लेकर 12th में एक ही syllabus नहीं हो सकता। सभी कक्षा ये सत्र अनुसार होगी। सभी कक्षा का अलग अलग syllabus होगा। मतलब 9th का , 10th का , 11th का और 12th का अलग अलग syllabus होगा। 9th से 12th का एक ही syllabus नहीं होगा।
क्या नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों को अंग्रेजी विषय लेना अनिवार्य होगा?
नहीं , विद्यार्थीओ को अंग्रेजी विषय लेना अनिवार्य नहीं होगा। अपर उनको कक्षा 3 तक मातृभाषा में ही पढ़ाया जायेगा। उसके बाद विषय की जानकारी के लिए अंग्रेजी जैसे विषय शामिल होने लगेंगे।
क्या नई शिक्षा नीति में आरक्षण की व्यवस्था रहेगी?
नई शिक्षानीति में आरक्षण की व्यवस्था होगी। कोई ऐसी बात सर्कार ने अभी नहीं घोषीत की जिससे ये पता चले की आरक्षण की व्यवस्था नहीं होगी। इसलिए पहले के मुताबिक आरक्षण की व्यवस्था चलती ही रहेगी।
नई शिक्षा नीति में एक शिक्षक की भूमिका में क्या क्या परिवर्तन आएंगे?
नयी शिक्षा निति में सबसे बड़ी भूमिका ही शिक्षकों को निभानी पड़ेगी। क्युकी जब शिक्षा नीति में इतना बदलाव आ रहा है तो साथ ही साथ शिक्षकों में भी इतना बदलाव आ सके की वो बच्चो को नए तरीको से प्रैक्टिकल ज्ञान मिले वैसे पढ़ा सके। अभी तक शिक्षकों ने रटने वाले तरीको से ही पढ़ाया है , तो उनको भी ये पुराने तरीके छोड़कर बदलाव लाना आवश्यक ही है। छात्रों को मॉडर्न तरीको से पढ़ाना हे तो शिक्षक भी मॉडर्न तरीके से पढ़ा सके ऐसा ही होना चाहिए।
नई शिक्षा नीति में मातृभाषा के लिए क्या बताया गया है?
नई शिक्षा नीति २०२० के अनुसार छात्रों स्कुल को अपनी मतृभाषा में ही पढ़ाया जायेगा उनपर कोई भी दबाव नहीं डाला जायेगा। उनको परीक्षाएं भी अपने मातृभाषा में देने की अनुमति दी जाएगी। कॉलेज में मतृभाषा में नहीं पढ़ाया जायेगा।
हमारे देश मे बहुत ही समय के बाद पुरानी शिक्षा नीति को छोड़कर नई शिक्षा नीति 2020 का बदलाव लाया गया है। मेरी और से बेहद ही उचित निर्णय है । इस बदलाव से छात्रों मस विषय को रटने की बजाय प्रैक्टिकल ज्ञान प्राप्त होगा ।छात्रों के स्किल में विकास होगा ।
हमने ऊपर के लेख में सभी प्रकार की शिक्षा निति 2020 के बदलाव के बारे में जानकारी देने का प्रयास किया है। हमें आशा है आपको ये सरल भाषा में जानकारी पसंद आई हॉगी। आपको किसी भी प्रकार की कोई भी दुविधा है तो आप हमें ईमेल के द्वारा कह सकते है हम उचित जवाब देंगे।
आपको ये जानकारी अच्छी और उपयोगी लगी हो तो आप इस लेख को अपने दोस्तों , सम्बंधियों को भी शेयर कीजिये। हमें इससे बहुत ही मोटिवेशन मिलेगा। हम भी ऐसे ज्ञान से जुड़े लेख और लाते रहने का प्रयास करते रहेंगे आप पढ़ने के लिए आते रहिये । हमारी साइट में आने के लिए धन्यवाद।
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